बबूल के फायदे और नुकसान - An Overview



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मनुष्य को बबूल की फली को सुखाकर और पीसकर सेवन करना चाहिए। जानवरों को इसे कच्चा खिलाया जा सकता है।

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अगर आपका पूरा शरीर दर्द कर रहा है। तो बदन दर्द से राहत पाने के लिए बबूल की छाल और गोंद  को बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लें। दिन में तीन बार एक-एक चम्मच सेवन करने से बदन दर्द से राहत मिलती है। 

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बबूल के पत्ते से चूर्ण more info बना लें। इसे सिफलिश वाले घाव पर छिड़कें। इससे घाव तुरंत ठीक हो जाता है। बेहतर परिणाम के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें।

इसके अलावा बबूल की छाल का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से दांतों का दर्द दूर होता है।

बबूल की गोद में कई तरह के एंटी- ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो कि ऑक्सीडेटिव तनाव को दूर करने के फायदा देते हैं। अगर आप सारा दिन काम करते हैं, स्ट्रेस  में रहते हैं तो तनाव को दूर करने के लिए भी बबूल की गोंद काफी ज्यादा फायदा देती है। 

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गठिया के रोग में अक्सर शरीर के जोड़ों में दर्द रहता है और सूजन होने के कारण चलने-फिरने में परेशानी भी हो सकती है. ऐसे में गुलमोहर के पत्तों को पीसकर सूजन वाली जगह पर लगाने से या पत्तों का काढ़ा बनाकर उसकी स्टीम से दर्द में आराम मिल सकता है और इस समस्या से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है.

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